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Showing posts from April, 2021

कोरोना : सामूहिक क्रीमैशन क्यों नहीं?

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कोरोना काल में जिस तरह लोगों की मौत हो रही है, उनसे श्मशान-कब्रिस्तान में लाशों की कतार दिख रही है। सवाल यह है कि क्या सामूहिक दाह संस्कार या सामूहिक सुपुर्दे खाक की प्रक्रिया नहीं अपनाई जा सकती? बक्सर में 1764 में जो इतिहास प्रसिद्ध लड़ाई हुई थी, उस युद्ध के मैदान के बगल में एक कब्रगाह भी है। उसमें उस युद्ध में मारे गए सभी मुसलमान सैनिक दफन हैं। कहा जाता है कि इस्लाम में ऐसा प्रावधान है कि युद्ध में मारे गए सैनिकों की सामूहिक कब्र बनती है। आज इमरजेंसी के हालात हैं, क्या आज ऐसा इंतजाम नहीं हो सकता? केदारनाथ में 2013 में जो आपदा आई थी, उसमें भी शवों का सामूहिक दाह संस्कार किया गया था। महाभारत काल में कहा जाता है कि भीम ने जब किंचक का वध किया तो उसके बाकी बचे 99 भाई भीम को सबक सिखाने वहां आ गए थे। भीम ने श्मशान घाट में इन सभी को मार डाला था, और सामूहिक चिता पर सभी को जला दिया था। तो क्या अब के हालात में सामूहिक चिताएं नहीं बन सकतीं? दफनाने के लिए जगह कम पड़ती जा रही हैं, जलाने के लिए लकड़ियां नहीं मिल रही हैं, विद्युत शवदाह गृह जरूरत के मुताबिक हैं नहीं, तो समाधान तो यही हो सकता है कि साम...

कोरोना : बेड का संकट और सेना के फील्ड हॉस्पिटल

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कोरोना के द्विरागमन में सामान्य बेड, ऑक्सिजन बेड, ऑक्सिजन और ऑक्सिजन सिलेंडर की कमी की खबरें लगातार आ रही हैं। क्या सिर्फ यह कहकर बैठा जा सकता है कि इस इंफ्रास्ट्रक्चर में कितना करें? क्या वक़्त नहीं आ गया है कि इसमें सेना की मदद ली जाए? इंडियन आर्मी की बात करें तो इसके तकरीबन 40 डिविजन हैं। एक डिविजन में दो फील्ड हॉस्पिटल होते हैं। इस लिहाज से कुल फील्ड हॉस्पिटल हुए कम से कम 80 और इनमें से अधिकतर सालों भर इनएक्टिव रहते हैं। कुछ जरूर इस समय भी सीमावर्ती इलाकों में चल रहे होंगे, लेकिन इनका मुख्य इस्तेमाल युद्ध काल में ही होता है। अगर एक डिविजन से एक फील्ड हॉस्पिटल भी सिविल ड्यूटी में लगा दिया जाए तो हालात पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। इन फील्ड हॉस्पिटल में सिर्फ बेड ही नहीं, बल्कि ड्रेसिंग रूम, पोर्टेबल ओक्सिजन सिलेंडर और ऑपेरशन थिएटर तक होते हैं। अभी ओटी की जरूरत तो है नहीं, सिर्फ सामान्य बेड और ऑक्सिजन बेड वाले फील्ड हॉस्पिटल सेना तुरंत तैयार भी कर देगी। अब उसमें सेना का भी मेडिकल स्टाफ रहे और जरूरत के मुताबिक सिविल मेडिकल स्टाफ भी सपोर्ट करे। विवाद ऑक्सिजन का दिल्ली और हरियाणा स...