जय श्री राम, हो गया काम

इस अंजाम का आगाज़ उसी दिन हो गया था, जब गोरखपुर के वॉर्ड नंबर 68 में बीजेपी की माया त्रिपाठी निर्दलीय नादिरा खातून के हाथों हार गई थीं। गोरखपुर समेत प्रदेश के 12 नगर निगमों में भले ही बीजेपी बहुमत लेकर आई लेकिन इस वॉर्ड का नतीजा महत्वपूर्ण था। इसी वॉर्ड में गोरखनाथ मंदिर आता है। चुनाव तब हुआ था जब योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके थे। आज वही गोरखपुर संसदीय सीट बीजेपी सपा से हार गई।

मतलब साफ है
अगर सपा और बसपा गठबंधन कर चुनाव लड़ें तो उन्हें रोकना बीजेपी के बूते की बात नहीं होगी। वैसे ही जैसे बिहार में जेडी यू और आरजेडी गठजोड़ का विजय रथ बीजेपी नहीं रोक पाई थी।

राहत की बात
इस नतीजे के बाद बीजेपी और मोदी-शाह पर कोई यह आरोप नहीं लगा सकेगा कि ईवीृएम में गड़बड़ी हुई है। बीजेपी इस छोटी हार को बड़ी जीत के रूप में भी देख सकती है।

अंदर की बात
क्या इससे योगी जो मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किए जा रहे थे, की राह अब मुश्किल होगी। क्या इस वजह से उनकी छवि को भी नुकसान होगा, यह देखने वाली बात होगी।

कुछ और
काशी का अस्सी उपन्यास में काशीनाथ सिंह ने लिखा था जिसका भद्र भाषा में अर्थ यह है कि अगर मुलायम और मायावती एक साथ आ जाएं तो यह मोर्चा सबको फाड़ता हुआ लालकिले तक पहुंच जाएगा।

Comments

Popular posts from this blog

सुतल पिया के जगावे हो रामा, तोर मीठी बोलिया

ऐसे सभी टीचर्स को नमन

आज कथा इतनी भयो